मादक पदार्थो की रोक थाम के लिए सभी विभाग अपने स्तर से प्रभावी कार्यवाही करें -जिला कलेक्टर
जिला स्तरीय नार्कोटिक्स समन्वय समिति की बैठक संपन्न
मैहर। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट मैहर श्रीमती रानी बाटड की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में नार्कोटिक्स क्वार्डिनेशन की जिला स्तरीय समिति की संपन्न बैठक में नशीले पदार्थो के उपयोग को रोकने के लिए सभी संबंधित विभागों द्वारा अपने स्तर से प्रभावी कार्यवाही किये जाने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री अवघेश प्रताप सिंह, सीईओ जिला पंचायत श्री शैलेन्द्र सिंह, एसडीएम डॉ. आरती सिंह, एसपी मिश्रा, आरटीओ संजय श्रीवास्तव, सीएमएचओ डॉ. एलके तिवारी, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती कंचन श्रीवास्तव, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री राजेन्द्र बांगरे, आरआई श्री नृपेन्द्र सिंह भी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्रीमती रानी बाटड ने कहा कि नशीले पदार्थों के उपयोग को रोकने और मादक पदार्थो के क्रय-विक्रय पर रोक लगाने सभी विभाग अपने स्तर से प्रभावी कार्यवाही करें। लोगों में जागरूकता लाने अवारनेंस कैंप भी लगायें। उन्होंने जनपद सीईओ को कहा कि अपने क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में प्रतिमाह कम से कम एक कार्यक्रम नशा मुक्ति का आवश्यक रूप से करवाये। कार्यक्रम में स्थानीय एनजीओ एवं अन्य सामाजिक संस्थाओं का सहयोग भी ले। कलेक्टर ने कहा कि समिति की हर तीन माह में बैठक होगी और इसमें समन्वय के साथ की गई कार्यवाही की समीक्षा की जायेगी। पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह ने बताया कि नार्कोटिक्स एवं अन्य नशीली दवाईयों के रोकथाम के तहत 1 जनवरी से 30 सितंबर तक 25 प्रकरणों में 35 आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई है। इनमें 17 किलो 851 ग्राम मादक पदार्थ गांजा कीमत 1 लाख 88 हजार रूपये और नशीली कफ सिरप कोरेक्स की 2843 शीशियां कीमत 5 लाख 43 हजार 525 रूपये की जप्ती की गई है। इसके अलावा जुलाई माह में मैहर पुलिस द्वारा नशे से दूरी है जरूरी अभियान के दौरान 7 थानों में 155 कार्यक्रम किये जाकर 25 हजार 790 आम नागरिकों, छात्र-छात्राओं को नशा मुक्ति का संदेश दिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मादक पदार्थो के सेवन से होने वाले दुष्परिणामों के प्रति आमजन को जागरूक करने पंचायत, ब्लाकवार जागरूकता कैम्प आयोजित किये जाये। इनमें बच्चों के अलावा समुदाय और समाज में प्रभाव रखने वाले लोगों को भी शामिल किया जाये। उन्होंने कहा कि औषधि निरीक्षक मेडीकल स्टोर एवं अन्य दुकानों में स्टाक का नियमित रूप से सत्यापन की कार्यवाही करें। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि त्यौहारों को देखते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारी दुकानों की सघन जांच कर खाद्य पदार्थो की सैम्पलिंग कराये तथा इस कार्य में राजस्व तथा पुलिस को भी शामिल करे।