मैहर जिले में स्थित सिबिल हास्पिटल मुकुन्दपुर महज नाम का रह गया सिविल हॉस्पिटल ना ही पीड़ितों को मिलती है मेडिकल परीक्षण की सुविधा एक डॉक्टर के सहारे 30 बेड का सिविल हॉस्पिटल मुकुन्दपुर गिन रहा अंतिम सांस
मुकुंदपुर मे स्थित सिविल हॉस्पिटल वर्षो की मांग के बाद 27 साल पहले क्षेत्र से लगे 30 गांवो को चिकित्सा सुबिधा मुहैया कराये जाने की गरज से नींव रखी गई थी कुछ दिनों तक हास्पिटल में सुबिधाओ का लाभ मिला और गुलजार रहा चंद समय से हास्पिटल में सर्व सुविधा के बाद भी ग्रहण लगा हुआ है स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र में जहां आये दिन मंत्री महोदय का आना जाना होता है फिर भी क्षेत्र के लोग स्वास्थ्य सुविधा से वंचित हैं हास्पिटल में एक्स रे मसीन है लेकिन महज नाम मात्र की लोगो को एक्स-रे की सुविधा भी सही तरीके नहीं मिल पा रही कभी डाक्टरों का स्टाफ परयाप्त रहता है कभी चेम्वर सूना सन्नाटे के बीच यहा पदस्थ डा.सूरज ठाकुरिया बी एम ओ अतिरिक्त प्रभार के कारण आये दिन आफीसियल विजिट पे रहते लेकिन साम तक हास्पिटल परिसर स्थित क्वार्टर में मिलते हैं आप के अलावा हास्पिटल में दो अतिरिक्त चिकित्सक है उनका कभी-कभी आना जाना होता है ताला थाना क्षेत्र के बीच एक ही सिविल हॉस्पिटल है मुकुन्दपुर जहां आये दिन थाने में नित होने वाली घटनाओं की सिकायत के बाद जब पीड़ित के मेडिकल की बारी आती है तो पुलिस को पीड़ित का मेडिकल कराने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ती है आज एक मामला प्रकाश में आया जहां पीड़ित को लेकर ताला थाना पुलिस मुकुन्दपुर सिविल हास्पिटल पहुंची पीड़ित के सिर में गहरी चोंट थी लेकिन हास्पिटल में दिन के दो बजे डाक्टरों के सभी चेम्वर ख़ाली पड़े थे पूछने पर पता चला ताला थाना पुलिस जब भी मुकुन्दपुर सिबिल हास्पिटल पीड़ित का मेडिकल कराने के लिए पहुंचती है तो कभी डाक्टर नहीं रहते और जब रहते भी है तो टालमटोल कर अमरपाटन में एम एल सी कराये जाने की सलाह देकर पल्ला झाड़ लेते हे फिर पीड़ित का चालिस किलोमीटर अमरपाटन में मेडिकल हो पाता है प्रश्न यह उठता है की ये कैसा सिविल हॉस्पिटल जहां पीड़ित को एक मेडिकल परीक्षण की सुविधा ना मिल पाये आये दिन पुलिस प्रशासन पीड़ितो का मेडिकल परीक्षण के लिए हास्पिटल के चक्कर काटती है थक हार कर अमरपाटन सिविल हॉस्पिटल का रूख करना पड़ता है वर्षों से बना शव विच्छेदन ग्रह भी हुआ खन्डहर में तब्दील अस्माजिक तत्वों के अपराध का बना आसियाना
महज नाम का रह गया सिविल हॉस्पिटल ना ही पीड़ितों को मिलती है मेडिकल परीक्षण की सुविधा
